मासिक राशिफल: kanaya
कन्या राशि के जातकों को जुलाई के महीने के पूर्वार्ध में भाग्य से ज्यादा अपने कर्म पर भरोसा करना होगा। यदि आप ऐसा करते हुए अपनी ऊर्जा, समय आदि का सदुपयोग कर पाते हैं तो आप न सिर्फ तमाम तरह की परेशानियों से उबरने में कामयाब हो जाएंगे, बल्कि कार्य विशेष में मनचाही सफलता भी हासिल करेंगे। माह के पहले सप्ताह में आपको अपने कार्यों को लेकर तनाव लेने की बजाय उसे सुनियोजित तरीके से करने का प्रयास करना होगा। इस दौरान आप सफलता के लिए न सिर्फ शॉर्टकट अपना सकते हैं, बल्कि रहस्यमयी गतिविधियों की तरफ भी मुड़ सकते हैं।
माह के दूसरे सप्ताह के अचानक से कुछेक बड़े खर्चों के आने से आपका बजट गड़बड़ा सकता है। इस दौरान लव पार्टनर अथवा लाइफ पार्टनर के साथ किसी बात को लेकर रिश्तों में खटास आ सकती है। ऐसे में आपको अपने मन-मिज़ाज पर काबू पाते हुए भावनात्मक संतुलन साधने की बहुत ज्यादा आवश्यकता रहेगी। कन्या राशि के जातकों को माह के मध्य में लंबी अथवा छोटी दूरी की यात्रा करनी पड़ सकती है। इस दौरान आपकी मुलाकात किसी प्रभावी व्यक्ति से संभव है, जिसकी मदद से भविष्य में लाभप्रद योजनाओं से जुड़ने का अवसर प्राप्त होगा। माह के मध्य से उत्तरार्ध तक का समय आपके लिए पूरी तरह से अनुकूल रहेगा। इस दौरान घर और बाहर दोनों जगह आपको लोगों का सहयोग और समर्थन मिलेगा। लव पार्टनर के साथ उपजी गलतफहमियां दूर होंगी। वैवाहिक जीवन में खुशियां बनी रहेंगी।
उपाय: प्रतिदिन भगवान श्री गणेश जी को दूर्वा चढ़ाकर "गणपति सहस्त्रनाम" का पाठ करें।
माह के दूसरे सप्ताह के अचानक से कुछेक बड़े खर्चों के आने से आपका बजट गड़बड़ा सकता है। इस दौरान लव पार्टनर अथवा लाइफ पार्टनर के साथ किसी बात को लेकर रिश्तों में खटास आ सकती है। ऐसे में आपको अपने मन-मिज़ाज पर काबू पाते हुए भावनात्मक संतुलन साधने की बहुत ज्यादा आवश्यकता रहेगी। कन्या राशि के जातकों को माह के मध्य में लंबी अथवा छोटी दूरी की यात्रा करनी पड़ सकती है। इस दौरान आपकी मुलाकात किसी प्रभावी व्यक्ति से संभव है, जिसकी मदद से भविष्य में लाभप्रद योजनाओं से जुड़ने का अवसर प्राप्त होगा। माह के मध्य से उत्तरार्ध तक का समय आपके लिए पूरी तरह से अनुकूल रहेगा। इस दौरान घर और बाहर दोनों जगह आपको लोगों का सहयोग और समर्थन मिलेगा। लव पार्टनर के साथ उपजी गलतफहमियां दूर होंगी। वैवाहिक जीवन में खुशियां बनी रहेंगी।
उपाय: प्रतिदिन भगवान श्री गणेश जी को दूर्वा चढ़ाकर "गणपति सहस्त्रनाम" का पाठ करें।